
देहरादून। उत्तराखंड में मानसून की सक्रियता अभी कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश के पर्वतीय जिलों में मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल और चंपावत समेत कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं मैदानी जिलों में हरिद्वार और ऊधम सिंह नगर में भी बारिश का अनुमान है।
मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ रोहित थपलियाल ने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से मौसम साफ रहने के कारण देहरादून समेत कई स्थानों पर तापमान बढ़ा है। बुधवार को राजधानी दून का अधिकतम तापमान 33 और न्यूनतम 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरुवार को भी तापमान लगभग इसी स्तर पर रहने का अनुमान है।
288 बंद सड़कों में से केवल 101 खुले
लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण प्रदेश में कुल 288 मार्ग अवरुद्ध हो गए थे। लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीमों ने प्रयास कर बुधवार तक 101 मार्ग खोल दिए, लेकिन अब भी 187 सड़कें बंद हैं। इन बंद मार्गों में टिहरी में 20, चमोली में 31, रुद्रप्रयाग में 23, पौड़ी में 18, उत्तरकाशी में 22, देहरादून में 14, हरिद्वार में 1, पिथौरागढ़ में 22, अल्मोड़ा में 23, बागेश्वर में 7 और नैनीताल में 6 सड़कें शामिल हैं।
चंपावत और ऊधम सिंह नगर जिले ऐसे हैं जहां किसी भी सड़क पर अवरोध नहीं है।
राहत कार्यों में लगी 671 जेसीबी
प्रदेश में बंद मार्गों को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग ने 671 जेसीबी मशीनें तैनात की हैं। अधिकारियों का कहना है कि मौसम अनुकूल रहा तो अधिकतर बंद मार्ग अगले कुछ दिनों में खोल दिए जाएंगे। हालांकि, बार-बार हो रही बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन के चलते कार्य में लगातार बाधा आ रही है।
लोगों को हो रही परेशानी
सड़कें बंद होने से ग्रामीण इलाकों के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परिवहन व्यवस्था बाधित होने से मरीजों को अस्पताल पहुंचने और बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कतें हो रही हैं। वहीं पर्यटक स्थलों पर फंसे लोगों को भी असुविधा झेलनी पड़ रही है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है और पहाड़ी इलाकों में अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।