
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। महिला एवं बाल विकास विभाग में पदस्थ एक सुपरवाइजर ने अपने ही घर में फांसी लगाकर जान दे दी। घटना भाटापारा ग्रामीण थाना क्षेत्र की है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शुरुआती जांच में किसी तरह का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की हर एंगल से बारीकी से जांच की जा रही है। मृतका के परिजनों, सहकर्मियों और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि घटना के पीछे की असली वजह सामने आ सके।
ग्रामीणों के मुताबिक महिला का स्वभाव सामान्य था और उसने किसी तरह की मानसिक परेशानी का जिक्र कभी नहीं किया। यही वजह है कि अचानक आत्महत्या की खबर से पूरा इलाका स्तब्ध है।
पुलिस ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच पूरी होने के बाद ही आत्महत्या के कारणों पर कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग महिला की आत्महत्या के पीछे के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं।